मामला अध्ययन (केस स्टडी)

बाल मृत्यु दर

दुनिया भर में पांच साल से कम उम्र में मरने वाले बच्चों की संख्या(मिलियन्स में)
वर्तमान अनुमानयदि हम उन्नति करते हैंयदि हम पीछे की ओर जाते हैं
199020162030
0
5
10
15m
11.2m
5.0m
2.5m
3.3m
2.0m
गावी, टीका गठबंधन का गठन हुआ है
2000

आंकड़ों के पीछे की कहानियाँ

मेलिंडा गेट्स

उपाध्यक्ष, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन

यदि मुझे केवल एक डेटा बिन्दु पर ध्यान केन्द्रित करना हो तो वह उन बच्चों की संख्या होगी जो प्रत्येक वर्ष 5 साल की आयु तक पहुंचने से पहले ही मर जाते हैं।

इस संख्या में बहुत सी बातें छुपी हुई हैं। बच्चों की मृत्यु दर समग्र कल्याण का एक प्रतिनिधि है; यह उन्नति (या उसके न होने) का एक अग्रणी सूचक भी है। और जब आप उन माँओं से बात करते हैं जिन्होंने एक बच्चे की मौत का अनुभव किया है, तो आप समझते हैं कि इस संख्या का मानवीय शब्दों में क्या अर्थ है। बच्चों को जिन्दा रखने से अधिक ज़रूरी क्या है ताकि वे कामयाब हो सकें और भविष्य का निर्माण कर सकें?

बच्चों की मृत्यु दर के वैश्विक डेटा के आधार पर, दुनिया सही मार्ग पर जा रही है। उन वर्षों में जब से मैं वैश्विक स्वास्थ्य में काम कर रही हूँ, बच्चों की मौतों की संख्या हर साल घट रही है। बहुत बड़ी संख्या में। 1990 की तुलना में 2016 में छह मिलियन कम बच्चे मरे। यह संख्या फ्रांस में बच्चों की कुल संख्या से भी अधिक है।

बच्चों को जिन्दा रखने से अधिक ज़रूरी क्या होता है ताकि वे भविष्य का निर्माण कर सकें?

दुर्भाग्यवश, इस सफलता के बारे में बहुत से लोग नहीं जानते हैं। औसतन, जैसे कि मेरे मित्र और शिक्षक के तौर पर स्वर्गीय हैंस रोसलिंग ने इस बात की ओर संकेत किया था, बहु विकल्प परीक्षा में चिम्पांज़ी इंसानों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करते हैं कि दुनिया ने कितने बच्चों को बचाया है। मैं यह अच्छे से नहीं समझ पाई कि लोगों को इस बारे में और अधिक पता क्यों नहीं है, और वे इस उपलब्धि पर और अधिक गर्व क्यों नहीं है।

अब भी, बच्चों की मृत्यु दर का वैश्विक वक्र पूरी कहानी नहीं बताता। यह एक महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि को छुपाता है कि अगले 5 मिलियन बच्चों को बचाने के लिए क्या करना होगा। यदि हमें इस एकल, वैश्विक लाइन को प्रत्येक देश के लिए अलग-अलग लाइनों में तोड़ना पड़े, तो हम उनमें व्यापक विभिन्नताएँ देखेंगे। यदि बच्चे फिनलैंड की बजाय अंगोला में पैदा हुए हों तो उनके मरने की संभावना 75 गुना बढ़ जाती है। वॉरेन बफेट इसे ओवेरियन लॉटरी कहते हैं। इस पीढ़ी का काम अंगोला, नाइजीरिया, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य और पाकिस्तान जैसे देशों में बाल मृत्यु दर को संबोधित करते हुए इस ओवेरियन लॉटरी को और बेहतर बनाना (और लाखों लोगों की जिंदगी को बचाना) है, जहां बच्चे सबसे अधिक जोखिम पर है।

बिल और मैंने स्वास्थ्य और विकास में निवेश करना इसलिए शुरु किया था क्योंकि हमारा मानना था कि सकल असमानताओं को समाप्त करना संभव था। हमने बहुत से ग़रीब देशों को इस तथ्य को साबित करते देखा है। मालावी को ही लें। 1990 में, वहाँ का हर चार में से एक बच्चा मर जाता था। अब, यह संख्या 16 में से एक है। यह एक अच्छी खबर है, क्योंकि मालावी अपने और फिनलैंड के बीच के अंतर को कम कर रहा है। यह कार्रवाई करने की एक अपील भी है, क्योंकि मालावी और अंगोला के बीच एक बड़ा अंतर है।

इस अपील का जवाब देने के लिए, दुनिया को मालावी जैसे प्रतिरूपों से सर्वोत्तम प्रथाओं को प्रसारित करना चाहिए। सौभाग्य से, हम बच्चों की जानें बचाने के तरीके के बारे में बहुत कुछ जानते हैं।

लगभग 5 मिलियन बच्चों के आधे के करीब, जो अगले साल मर जाएंगे, वे अपने जीवन के पहले 28 दिनों में मरेंगे। उनमें से अधिकांश को कुछ सरल हस्तक्षेपों से बचाया जा सकता है: उदाहरण के लिए, यदि वे साँस नहीं ले सकते तो पुनर्जीवित करना, एंटीसेप्टिक्स (रोगाणु रोधक) जिनकी लागत संक्रमण को रोकने के लिए कुछ पैसों के बराबर है, और उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए स्तनपान करवाना। कम्बोडिया और इथियोपिया जैसे देशों ने दिखाया है कि जब एक देश अपने नवजात शिशुओं को प्राथमिकता देता है, तो क्या होता है। चुनौती यह है कि दुनिया के सबसे कमजोर लोगों तक उस मूल जानकारी और सेवाओं के साथ कैसे पहुंचा जाए जो बच्चों की जिन्दगियाँ बचाती हैं।

बच्चों की मृत्यु दर का वैश्विक वक्र पूरी कहानी नहीं बताता। यह एक महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि को छुपाता है कि अगले 5 मिलियन बच्चों को बचाने के लिए क्या करना होगा।

लगभग 1.5 मिलियन बच्चे जो अगले साल मर जाएंगे, वे ऐसी बीमारियों से मरेंगे जिन्हें हम टीकों के द्वारा रोक सकते हैं। बहुत से देश, जिनमें बांग्लादेश, होंडुरस, और तंज़ानिया शामिल हैं, अपने 90 प्रतिशत से अधिक बच्चों का टीकाकरण करते हैं, लेकिन दुनिया में अभी भी लगभग 20 मिलियन बच्चे ऐसे हैं जिन्हें कोई भी टीका नहीं लगाया जाता है। यह बताता है कि क्यों खसरा, जिसे एक टीके से रोका जा सकता है, और जिसकी कीमत 20 सेंट से भी कम है, अब भी हर साल करीब 150,000 बच्चों को मारता है।

संघर्षशील देशों में या किसी भी बुनियादी ढांचे से घंटों दूर वाले क्षेत्रों में बच्चों तक पहुंचना ही एक बहुत बड़ी चुनौती है। लेकिन यह संभव है, और यह पहले से भी कहीं ज्यादा संभव है। इस बात पर विचार करें कि किसी विशाल रेगिस्तान में रहने वाले बच्चे तक एक टीका पहुंचाना कितना मुश्किल है, जिसे एक विशिष्ट ठंडे तापमान पर रखा जाना ज़रूरी है। अंतरिक्ष यान के लिए विकसित इन्सुलेशन का उपयोग करने वाले नए कूलर टीकों को एक महीने के लिए ठंडा रख सकते हैं और इस समय अब तक न पहुंच पाए लाखों बच्चों तक पहुंचने में हमारी सहायता कर सकते हैं।

इथियोपिया में टीकों को ठंडा रखने के लिए आर्कटेक कूलर की तस्वीर आर्टेक कूलर टीकों को एक महीने के लिए ठंडा रख सकता है, जिससे स्वास्थ्य कर्मी सबसे अधिक दूरस्थ क्षेत्रों में बच्चों तक पहुंच सकते हैं। (अडिस अबाबा, इथियोपिया) (फोटो का श्रेय इंटेलेक्चुअल वैंचर्स)

2000 में, हमारे संस्थान ने कई साझीदारों के साथ मिलकर एक गठबंधन शुरु किया, जिसे उस समय ग्लोबल एलायंस फॉर वैक्सीन्स एंड इम्यूनाइज़ेशन (अब गावी, दी वैक्सीन एलायंस) कहा जाता था। तब से, गावी ने 70 से अधिक देशों के 600 मिलियन बच्चों का टीकाकरण करने में मदद की है। इसने दर्जनों देशों में दस्त और निमोनिया जैसे प्रमुख बचपन के हत्यारों के खिलाफ उनके टीकाकरण कार्यक्रमों के लिए नए टीके शामिल करने में मदद की है। इसने 7 मिलियन से अधिक जिन्दगियों को बचाया है।

हम जानते हैं कि लाखों बच्चों को फलने-फूलने का मौका देने के लिए क्या करना पड़ता है। सवाल यह है कि क्या हम इसके लिए प्रतिबद्ध हैं?

आंकड़ों के पीछे की कहानियाँ

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